बुखार उतारने के टोटके – रामबाण चूरन

बुखार उतारने के टोटके जानने से पहले ये पता कर ले की आपको बुखार, ज़ुख़ाम और खांसी किस वजहा से हो रही है। अगर आपको बुखार मौसम के बदलाव के कारण हो रहा है, यानी आपकी कोई भी serious मेडिकल condition नहीं चल रही है तो आप इस रामबाण चूरन को अपने घर में बना सकते है, यानी आप इस चूरन को ले सकते है। मैं आपको इसको बनाने की विधि, कितनी कितनी मात्र में सारी चीज़े मिलाए तथा बच्चे और बड़े इसको कितनी मात्र में ले। ये सभी ज़रूरी बाते हम आगे explain करेंगे।

रामबाण चूरन – बुखार के लिए आज़माया हुआ टोटका

🧪 सामग्री (Ingredients)

  • धागे वाली मिश्री (इसमें धागे वाली मिश्री ज़रूरी है अगर ना मिले तो regular मिश्री का प्रयोग करे।
  • बंसलोचन (तबशीर)
  • पिप्पली
  • इलाइची 
  • दालचीनी

🧂 बनाने की विधि (Preparation Method)

  • सभी सामग्रियो को अलग अलग पीस ले। 
  • अगर अपने मिश्री को 400gm लिया है, तो बंसलोचन यानी तबशीर को 200gm लेना है।
  • पिप्पली को 100gm लेना है और इलाइची को 50gm लेना है।
  • आखरी में 25gm दालचीनी ले।

💊 सेवन की विधि (How to Take)

  • अगर आपको सूखी खाँसी या बुखार है तो इस चूरन को 1 शहद यानी honey के साथ ले।
  • अगर आपको एसिडिटी (acidity) है तो इस चूरन में 1 चमच गाय का देसी घी और उसको शहद के साथ मिला कर ले।
  • बच्चों (5 साल से ऊपर) को — 1/4 चम्मच।
  • बड़े (व्यस्क) — 1/2 से 1 चम्मच दिन में 2 बार

ध्यान दें: 5 साल से कम उम्र के बच्चों को देने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

3. रामबाण चूरन के फायदे (Benefits of the Churan)

  • शरीर का तापमान नियंत्रित करता है
  • पसीना लाकर टॉक्सिन बाहर निकालता है
  • इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
  • सर्दी-जुकाम और बदन दर्द में भी असरदार

4. यह चूरन क्यों है खास? (Why This Churan Works So Well)

इसमें मौजूद औषधीय तत्वों की भूमिका काफी प्रभावशाली होती है।

जैसे —

  • पिप्पली कफ और वात को शांत करती है
  • दालचीनी और इलाइची शरीर को गर्मी देकर ठंड से लड़ने में मदद करते हैं
  • बंसलोचन का ठंडे बुखार और कफ में विशेष उपयोग है
  • मिश्री स्वाद के साथ ऊर्जा भी देती है

5. बुखार उतारने के टोटके की सावधानियाँ और परहेज

  • बच्चों में इस्तेमाल सावधानी से करें, मात्रा से ज़्यादा न दें।
  • गर्भवती महिलाएं इस चूरन को लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
  • अगर आप किसी एलोपैथी दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इस चूरन को लेने से पहले डॉक्टर से अनुमति लें।
  • डायबिटीज के मरीज मिश्री की वजह से सावधानी रखें।

6. बुखार उतारने के टोटके के अनुभव और रिव्यू

“मैंने इसे पिप्पली और शहद के साथ लिया, और बिना किसी एलोपैथी दवा के बुखार ठीक हो गया।” –अंकित वर्मा, लखनऊ

मेरे बेटे को बदलते मौसम में बार-बार बुखार हो जाता था। ये चूरन देने से 2 दिन में बुखार पूरी तरह से उतर गया।” – रेखा शर्मा, दिल्ली

घरेलू इलाज की परंपरा में इस तरह के आयुर्वेदिक चूर्ण का स्थान बहुत महत्वपूर्ण रहा है।

7. निष्कर्ष (Conclusion)

  • एक सस्ता, सुरक्षित और असरदार बुखार का घरेलू इलाज
  • यदि लक्षण 2–3 दिनों में न सुधरें या हालत बिगड़ती दिखे तो डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है
  • मौसम के बदलाव में जब हर घर में बुखार आम हो जाता है, तब इस चूरन को घर में स्टोर करके रखना बहुत उपयोगी है

8. FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q. क्या ये चूरन बच्चों को दे सकते हैं?
हाँ, लेकिन केवल 5 साल से ऊपर के बच्चों को और कम मात्रा में दें।
Q. कितने समय में असर दिखता है?
अक्सर 1–2 खुराक में ही असर दिखने लगता है, लेकिन 3 दिन तक लगातार लेना बेहतर होता है।
Q. क्या इसे वायरल बुखार में दिया जा सकता है?
अगर बुखार हल्का है और कोई गंभीर लक्षण नहीं हैं, तो हाँ। तेज बुखार में डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
Q. क्या चूरन को स्टोर करके रखा जा सकता है?
हाँ, अगर इसे एयरटाइट डिब्बे में, ठंडी और सूखी जगह पर रखा जाए तो यह 2-3 महीने तक खराब नहीं होता।
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